
लोकसभा में सोमवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के ऑपरेशन सिंदूर पर बयान के बाद विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सरकार की मंशा और रणनीति पर गंभीर सवाल उठाए।
“हम आतंकवाद के खिलाफ सरकार के साथ हैं, लेकिन सच्चाई छुपाना राष्ट्रहित में नहीं है।”
सीजफायर क्यों हुआ, जब पाकिस्तान झुकने को तैयार था?
गोगोई ने पूछा कि जब सरकार का दावा है कि पाकिस्तान घुटनों पर था, तो भारत ने सैन्य कार्रवाई क्यों रोकी?
“अगर दुश्मन घुटने टेक रहा था तो आपने हमला क्यों रोका? किसके कहने पर झुके? किसके दबाव में सीजफायर हुआ?”
21 टारगेट से 9 टारगेट क्यों? रणनीति बदलने का कारण बताएं
गोगोई ने संसद में सवाल उठाया कि पहले 21 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने की योजना थी, लेकिन अंततः केवल 9 पर ही कार्रवाई क्यों हुई?
“क्या अमेरिका या किसी अन्य देश के दबाव में यह निर्णय लिया गया?”
ट्रंप का दावा और जेट फाइटर की सच्चाई
कांग्रेस सांसद ने कहा:
“डोनाल्ड ट्रंप कह चुके हैं कि उन्होंने युद्ध रुकवाया, और 5-6 जेट गिराए गए। सरकार बताए, कितने जेट गिरे? कितनी हानि हुई?”
“हमारी नीति युद्ध क्यों नहीं थी? पीओके कब?”
गोगोई ने सीधे प्रधानमंत्री से पूछा:
“अगर मकसद युद्ध नहीं था, तो क्यों नहीं था? अगर पीओके आज नहीं लेंगे तो कब लेंगे? हर बार हम क्यों पीछे हटते हैं?”
लड़ाकू विमानों की रेंज पर सवाल – “पास से हमला क्यों नहीं?”
गौरव गोगोई ने भारत के सीडीएस के बयान का हवाला देते हुए पूछा:
“सीडीएस को क्यों कहना पड़ा कि हमारे फाइटर जेट ‘रेंज’ में नहीं जा सकते? हमें दूर से आक्रमण करना पड़ा, क्यों?”
क्या पाकिस्तान को चीन का समर्थन मिला?
गोगोई ने लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह के बयान का उल्लेख करते हुए कहा:
“सिक्किम में जनरल साहब ने कहा कि पाकिस्तान के पीछे चीन खड़ा था। सरकार बताए कि क्या पाकिस्तान को चीन का पूरा समर्थन मिल रहा है?”
गौरव गोगोई के इस बयान से लोकसभा में बहस और गर्म हो गई है। जहां एक ओर सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर को ‘निर्णायक सफलता’ बताया, वहीं विपक्ष ने सवालों की बौछार कर दी।
अब नजर इस बात पर है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन मुद्दों पर सीधा जवाब देंगे, जैसा विपक्ष अपेक्षा कर रहा है।
संसद में राजनाथ सिंह का गरजता बयान, पाक और ट्रंप दोनों को समझा दिया